Saturday, March 24, 2012

एक दोपहर का आतंक

टी वी घर थी
बीवी घर पर थी
मै
फोन कही व्यस्त चल रहा है
एक मधुर आवाज़ के साथ
आप जिस नम्बर को डायल कर रहे है अभी वो व्यस्त है

टी वी वाले जोर से चिल्ला रहे है
कही मत जाये
आपको आगे दिखेयेगे
कैसे लगी पानी में आग
तो देखते रहिये
सबसे तेज खबर हमारे चैनल पर

घर के बाहर से लोग चिल्ला रहे है
बाहर आजाओ
बाहर आजाओ
भूकम्प आ रहा है
बाहर आजाओ

टीवी में फिर खबर चली
दिल्ली में भूकम्प
ब्रेकिंग न्यूज चल रही है
एंकर फिर आता है फिर वही दोहराता है
दिल्ली में भूकम्प
तो देखते रहिये
सबसे तेज खबर हमारे चैनल पर
मिलते है
एक छोटे से ब्रेक के बाद

करीब दो मिनट बाद फिर एंकर आता है
फिर कहता है
दिल्ली में भूकम्प
दिल्ली दहल उठी
भूकम्प ने फिर दहलाया दिल्ली को
सबसे बड़ी खबर

दुसरे चैनलो को खबर लग चुकी थी
यहाँ तो उससे भी तेज काम चल रहा है
एंकर के साथ साथ रिपोटर लगातार
आपनी राग आल्प रहा है
सबसे बड़ी खबर
आज की सबसे बड़ी खबर
दिल्ली में भूकम्प
भूकम्प के जटके फिर आ सकते है
जी हाँ

भूकम्प के जटके फिर आ सकते है
आप बने रहिये हमारे साथ
आपको दिखयेगे
भूकम्प के लाइव झटके
आप ये देख सकेगे सिर्फ और सिर्फ
हमारे चैनल पर

तीसरा चैनल और भी तेज निकला
चैनल में आपने
दो रिपोटरो को पकड़ा
और स्टूडियो में बहस का मजमा लगवा दिया
क्यों आते है भूकम्प
चैनल लगातार अपने साथ बने रहने के लिए राग आप कर रहे है
कोई नहीं कह रहा है
घर से बहार चले जाये
चैनल एंकर लगातर रिपोटर से पूछा रहे है
किसी की म्रत्यु की खबर आई है
शायद न्यूज वालो को इंतजार करना अच्छा नहीं लगता
एंकर के लिए अपने चैनल की टीआरपी का सवाल बन जाता है

ये खेल है टी आर पी का इसका जनजाल है
क्या करे आम जनता
ये टी वी है क्या जी का जंजाल ?
बीबी सही कहती है
टी वी है सिर्फ नाटक देखने के लिए
ये सब नाटक ही तो है
जीवन एक नाटक है
जो हर चैनल पूछता है की अभी तक
किसी के मरने की या घायल होने की खबर आई
क्या- क्या के दिखता है ये टी वी

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