
ममूली कहासुनी में दोस्त को चाकू मारा शाहरुख ने। दो मोटर साईकिल चोर पकड़े। चोरी फिल्मीं अंदाज में। 11 वर्श की किषोरी से बलात्कार किया। ये कहानी नहीं है ये आज के समाज की हक्कित हैं।






ऐसी घटनाऐ “शार्मसार करने वाली होती है समाज में मानविय सवेंदनाए समाप्त होती जा रही है। ऐसी घटनाओं की “शुरुआत अपद्र भाषा की देन माना जा सकता है फिल्मी साहित्य से उपजी संस्कृति कही जा सकती हैं। टी वी चैनलों का समाज को उपहार सरुप हैं।
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