jaipur metro |
जब कोई वस्तु सुविधा के नाम पर दुविधा बन जाये तो, एक नई मुसीबत खड़ी हो
जाती है ! दिल्ली मेट्रो इसका सबसे बड़ा उदाहरण है छ कोच वाली मेट्रो
में ज्यादा महिलाओं के लिय असुविधा हुई है जहा एक स्टेशन ( जेसे दिल्ली
विश्विधालय , केद्रीय सचिवालय ) पर ख़त्म होने वाली मेट्रो में अधिक
दिक्कत होती है मेट्रो आने के समय अलग और जाते समय अलग महिला कोच आगे
पीछे हो जाता है महिलाओ को इसके कर्ण भरी परेशानी होती है रोजमर्रा काम
करने जाने वाली महिलाओ का कहना है की ये सुविधा के नाम पर दुविधा बन गई
है
बेंकिग सेक्टर में काम करने वाली सरिता ने बताया की (जब बीच में रोक दी
जाती है फिर दूसरी मेट्रो ट्रेन का पता नहीं की महिला कोच खा आ कर लगेगा )
जयपुर में मेट्रो का निर्माण कार्य प्रगति पर है जयपुर के नारायण सिंह
सर्कल पर लगी प्रदर्शनी लगी हुई है मेट्रो के रेल कोर्पोरेसं लि. jmrcl
का गठन किया गया है जयपुर शुरूआती चरण चरण में दो कोरिडोर के निर्माण
की योजना है इस आयोजन के लिए १२५०० करोड़ लगाने की योजनां है प्रथम
कोरिडोर *(च्न्द्पोल से मानसरोवर ) का निर्माण कार्य वर्ष २०१३ तक
सम्पन्न करने का लक्ष्य रखा गया है पूर्व - पश्चिम कोरिडोर को दो
चरणों में बांटा गया है च्न्द्पोल से मानसरोवर फली ओवर एलिवेटेड
स्टेशन निर्माण किया जायेगा ! जिससे कुल आठ स्टेशन (सिन्धी कैंप , रेलवे
स्टेशन , सिविल लाइन्स राम नगर . स्याम नगर विवेक विहार न्यू आतिश
मार्केट , मानसरोवर ) होगा !
दुसरे चरण में भूमिगत स्टेशन व् मेट्रो ट्रेक बनेगा ! जिससे तिन स्टेशन (
चंद पोल , बड़ी चोपड़ छोटी चोपड़ ) होगे ! इस लाइन को दिल्ली की तरह ही
यलो लाइन नाम से जानाजाएगा ! जयपुर में शुरूआती चरण में ४ कोच इकाई की
१०३४ यात्री की क्षमता वाले कोच चलाये जायेगे ! मेट्रो रेल की ओसतन गति
३० की.मी प्रति घंटे से चलेगी ! जयपुर मेट्रो रेल को आधुनिक व् स्वचालित
यंत्रो से लेस बनाया जायेगा ! जिससे सिग्नल दूरसंचार , मेट्रो
नियन्त्रण के साथ - साथ स्मार्ट कार्ड तथा पिओएम के साथ स्वचालित किराया
संकलन प्रणाली लगे जाएगी !
प्रदर्शनी आधिकारी मोहन लाल ने बताया की राजस्थान के लोकप्रिय माननीय
मुख्यमंत्री अशोक गहलोत जयपुर को आधुनिक महानगर व् व्यवस्थित सहर बनाने
का प्रयास किया ! जिसमे एक शुरुवात मेट्रो रेल से की गई है ! जयपुर सहर
तेजी से बदलता हुआ सहर है जिससे गर्मीनव् श्री प्रिवेस दोनों ही रहते है
यह गावो से लगा हुआ सहर है जिससे विरासत के नाम पर बहुत सी धरोहरों को
आपने अंदर समेटे हुए है
जयपुर मेट्रो प्रदर्शनी को देखने आये महेश के कहा की ( मेट्रो को जयपुर
में पाच साल फले आना जाना चाहिए था , लेकिन आब आ गई है तो मै खुश हु !
प्रदर्शनी में बच्चे क्या बड़े भी मेट्रो के बारे में अधिक से अधिक
जानना चाह रहे है
मेट्रो के लिए बच्चे आपनी अलग ही थ्योरी बना रहे है अलग अलग कल्पना कर
रहे है रोहित ( १२ साल ) ने बताया की में रोज स्कूल मेट्रो से ही जुगा
और पापा से कहुगा की वे रोज मेट्रो से ऑफिस जाये ) बच्चे मेट्रो कोच के
साथ अपनी फोटो खिचवा रहे है माडल मेट्रो स्टेशनों को देखकर तरह तरह के
सवाल पूछ रहे है
मेट्रो प्रदर्शनी में सहयोग क्र रहे छात्र सप्नल ने बताया की चाँद पोल
स्टेशन के बारे में तो अधिक जानकारी ले रहे है क्योकि यह बहुत ही सुंदर
व् व्यवस्थित ढंग से बनाया गया जायेगा !
जाती है ! दिल्ली मेट्रो इसका सबसे बड़ा उदाहरण है छ कोच वाली मेट्रो
में ज्यादा महिलाओं के लिय असुविधा हुई है जहा एक स्टेशन ( जेसे दिल्ली
विश्विधालय , केद्रीय सचिवालय ) पर ख़त्म होने वाली मेट्रो में अधिक
दिक्कत होती है मेट्रो आने के समय अलग और जाते समय अलग महिला कोच आगे
पीछे हो जाता है महिलाओ को इसके कर्ण भरी परेशानी होती है रोजमर्रा काम
करने जाने वाली महिलाओ का कहना है की ये सुविधा के नाम पर दुविधा बन गई
है
बेंकिग सेक्टर में काम करने वाली सरिता ने बताया की (जब बीच में रोक दी
जाती है फिर दूसरी मेट्रो ट्रेन का पता नहीं की महिला कोच खा आ कर लगेगा )
जयपुर में मेट्रो का निर्माण कार्य प्रगति पर है जयपुर के नारायण सिंह
सर्कल पर लगी प्रदर्शनी लगी हुई है मेट्रो के रेल कोर्पोरेसं लि. jmrcl
का गठन किया गया है जयपुर शुरूआती चरण चरण में दो कोरिडोर के निर्माण
की योजना है इस आयोजन के लिए १२५०० करोड़ लगाने की योजनां है प्रथम
कोरिडोर *(च्न्द्पोल से मानसरोवर ) का निर्माण कार्य वर्ष २०१३ तक
सम्पन्न करने का लक्ष्य रखा गया है पूर्व - पश्चिम कोरिडोर को दो
चरणों में बांटा गया है च्न्द्पोल से मानसरोवर फली ओवर एलिवेटेड
स्टेशन निर्माण किया जायेगा ! जिससे कुल आठ स्टेशन (सिन्धी कैंप , रेलवे
स्टेशन , सिविल लाइन्स राम नगर . स्याम नगर विवेक विहार न्यू आतिश
मार्केट , मानसरोवर ) होगा !
दुसरे चरण में भूमिगत स्टेशन व् मेट्रो ट्रेक बनेगा ! जिससे तिन स्टेशन (
चंद पोल , बड़ी चोपड़ छोटी चोपड़ ) होगे ! इस लाइन को दिल्ली की तरह ही
यलो लाइन नाम से जानाजाएगा ! जयपुर में शुरूआती चरण में ४ कोच इकाई की
१०३४ यात्री की क्षमता वाले कोच चलाये जायेगे ! मेट्रो रेल की ओसतन गति
३० की.मी प्रति घंटे से चलेगी ! जयपुर मेट्रो रेल को आधुनिक व् स्वचालित
यंत्रो से लेस बनाया जायेगा ! जिससे सिग्नल दूरसंचार , मेट्रो
नियन्त्रण के साथ - साथ स्मार्ट कार्ड तथा पिओएम के साथ स्वचालित किराया
संकलन प्रणाली लगे जाएगी !
प्रदर्शनी आधिकारी मोहन लाल ने बताया की राजस्थान के लोकप्रिय माननीय
मुख्यमंत्री अशोक गहलोत जयपुर को आधुनिक महानगर व् व्यवस्थित सहर बनाने
का प्रयास किया ! जिसमे एक शुरुवात मेट्रो रेल से की गई है ! जयपुर सहर
तेजी से बदलता हुआ सहर है जिससे गर्मीनव् श्री प्रिवेस दोनों ही रहते है
यह गावो से लगा हुआ सहर है जिससे विरासत के नाम पर बहुत सी धरोहरों को
आपने अंदर समेटे हुए है
जयपुर मेट्रो प्रदर्शनी को देखने आये महेश के कहा की ( मेट्रो को जयपुर
में पाच साल फले आना जाना चाहिए था , लेकिन आब आ गई है तो मै खुश हु !
प्रदर्शनी में बच्चे क्या बड़े भी मेट्रो के बारे में अधिक से अधिक
जानना चाह रहे है
मेट्रो के लिए बच्चे आपनी अलग ही थ्योरी बना रहे है अलग अलग कल्पना कर
रहे है रोहित ( १२ साल ) ने बताया की में रोज स्कूल मेट्रो से ही जुगा
और पापा से कहुगा की वे रोज मेट्रो से ऑफिस जाये ) बच्चे मेट्रो कोच के
साथ अपनी फोटो खिचवा रहे है माडल मेट्रो स्टेशनों को देखकर तरह तरह के
सवाल पूछ रहे है
मेट्रो प्रदर्शनी में सहयोग क्र रहे छात्र सप्नल ने बताया की चाँद पोल
स्टेशन के बारे में तो अधिक जानकारी ले रहे है क्योकि यह बहुत ही सुंदर
व् व्यवस्थित ढंग से बनाया गया जायेगा !
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